मौन मी जरी मी परी संवाद आहे
मांडला अताशा खरा मी वाद आहे
तापल्या निखार्या तमा ना मोसमांची
लाख वादळांचे फुके छळवाद आहे
का पुराण आता असे वाचाळ झाले?
(पोट पाळण्या होत युक्तिवाद आहे)
तेच चांदतारे कितीदा आळवावे?
शब्द आज हे मांडती प्रवाद आहे
लेखणी अता का अशी पेटून उठली?
पेटल्या मनाचा कसा अनुवाद आहे?
धुंद राहुनी कैक सरले वादळाने
'दीप'स्तंभ मी आजही अपवाद आहे
--शब्द्सखा !
अपवाद
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2 प्रतिसाद:
Sher changle aahet pan matra kamee jast zalyane tyatli maja jate. Ragawnar nahi ashi asha aahe.
matraa kuthe kami jaast aahet? [:(]
Vruttaat aahe sagalich gajhal...vruttat lihine ekvel sope pan sher tasa damadaar asane avaghad...vruttaat jamatay baryaapaiki lihaayalaa...pan sher titakese ajun khulavataa yet naahit....
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